Menu
blogid : 140 postid : 99

लड़की को कैसे (नहीं) पटाया जाता

अनुभूति
अनुभूति
  • 82 Posts
  • 254 Comments

लड़का कैसा भी हो, उसकी गुस्ताखी पर लड़की कितनी भी हैरान हो जाए – आखिर में लड़के के बोलने के ढंग के बलबूते पर लड़की पट जाएगी। सब लोग जानते हैं कि ऐसा ही होगा – लड़के को पता है, बस बेचारी लड़की नही जानती।
और संगीत का भारत में हमेशा बड़ा महत्व रहा है। तब ज़ाहिर सी बात है कि अगर कोई आशिक़ अपनी लड़की की खोज में है, उसके दिल तक पहुंचने का रास्ता संगीत से ही होगा।
कोई इन्हें बता दें कि लड़की के कान में बोलिवुड गाना गुनगुनाकर लड़की प्यार में नहीं पट जाती!
कुछ आशिक दो तरह के होते हैं – गानेवाले और गुनगुनानेवाले
गुगुनानेवालों का तरीका कुछ ऐसा होता है: छोटे कोने में छिपे रहो, सामने से जाने वाली हर लड़की पर गौर की नज़र रखो। पसंद की लड़की मिल जाए तो (और ऐसी पसंद की लड़की मिलने में ज़्यादातर पाँच मिनटों से अधिक वक़्त नहीं लगना चाहिए) अपने कोने से धीरे से निकल जाओ। लड़की पास आने पर एकाएक अपना गुगुनाना शुरू करो। (अगर गाना पिछले सात दिनों में लगातार रेडियो पर रहा है, तो और भी अच्छा।) फिर देखो कि लड़की कैसे और भी तेज़ भाग जाती है।
गानेवालों का तरीका कुछ अलग होता है। फ़र्क बस इतना ही कि यह गाना गुगुनाते नहीं बल्कि पूरा गाने ही लगते हैं। इनका जीवन मंत्र है “गाना आये या ना आये गाना चाहिए।” फिर क्या फ़र्क पड़ता है कि लड़की को गायक के दिल की अवस्था के बारे में और जानना है या नही?
पिछले महिनों के टॉप पाँच गाने –
• देसी गर्ल (चाहे लड़की ने पहना हो सलवार या जीन्स)
• आँखों में तरी
• जाने क्यों
• गुज़ारिश
• मैं अगर कहूं
इन आशिक़ों से सीखिए – लड़कियों को कैसे नही पटाया जाता!

Tags:   

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply to alka vermaCancel reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh